नार्दन रेलवेमेंस यूनियन ने जन्तर मन्त्र पे किया तीखा प्रोटेस्ट

नई दिल्ली (एसएनबी)। नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (एनजेसीए) और ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर शुक्रवार को केंद्रीय कर्मियों ने रैली निकाली। रैली में रेलकर्मियों ने बढ़कर चढ़कर हिस्सा लिया। कर्मचारियों ने सातवें वेतन आयोग की निराशाजनक सिफारिशों और अन्य लंबित मांगों के विरोध में प्रदर्शन किया। फिलहाल सरकार से वार्ता की शुरुआत होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की हड़ताल टल गई है। यदि तीन माह के भीतर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो 11 जुलाई से केंद्रीय कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय कर्मचारियों के फेडरेशनों के संयुक्त संघर्ष मोर्चा नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन ने 11 मार्च को हड़ताल का नोटिस देने के बाद 11 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। एनजेसीए के आह्वान पर शुक्रवार को ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के बैनर तले बड़ी संख्या में रेलकर्मी दिल्ली में एकत्र हुए और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के निकट स्टेट एंट्री रोड से रैली निकालते हुए जंतर-मंतर तक पहुंचे। वहां उन्होंने वेतन आयोग की निराशाजनक सिफारिशों और अन्य लंबित मांगों के लिए प्रदर्शन किया। जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन के संयोजक एवं ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्र ने कहा कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें अनुकूल न होने व लंबित मांगों का समाधान न निकलने से केंद्रीय कर्मचारियों व रेलकर्मियों में असंतोष है। उन्होंने कहा कि गत एक मार्च 2016 को कैबिनेट सचिव के साथ एनजेसीए की बैठक हुई थी। इस बैठक में कैबिनेट सचिव के समक्ष एनजेसीए ने वेतन आयोग की सिफारिशों में कर्मचारियों की अनदेखी और लंबित मांगों का मुद्दा रखा था। इस पर कैबिनेट सचिव ने कहा था कि केंद्रीय कर्मचारियों की इन समस्याओं को समझने का काम शुरू हो गया है। समाधान में कुछ समय लग सकता है। इस दौरान पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों का भी ऐलान हो गया है। लिहाजा इन तमाम परिस्थितियों के मद्देनजर सात मार्च को एनजेसीए की बैठक बुलायी गयी। बैठक में 11अप्रैल से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन आम हड़ताल को 11 जुलाई 2016 तक टालने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार को पूरा समय दिया है और दिया जा रहा है। इसके बावजूद सरकार ने उनकी समस्याओं का कोई समाधान नहीं निकाला तो 11 जुलाई 2016 से अनिश्चितकालीन देशव्यापी हड़ताल पर केंद्रीय कर्मचारियों को जाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। कर्मचारियों को एनआरएमयू के केंद्रीय अध्यक्ष एसके त्यागी, केंद्रीय संगठनों के नेता गिरीराज सिंह, एआईडीईएफ के अध्यक्ष एसएन पाठक, महामंत्री कुमार, कन्फेडरेशन के अध्यक्ष केके एन कुट्टी, एनएफपीई अध्यक्ष पाराशर आदि ने संबोधित किया।

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