आँल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कल बोर्ड में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक के पहले एक बार फिर एक्ट अप्रेंटिस और लार्सजेस के तहत नियुक्तियों के मसले को उठाया और कहाकि भारतीय रेल में होने वाली नियुक्तियों में इन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए। महामंत्री ने कहाकि वैसे तो कल शाम चार बजे होने वाली मुख्यरुप से ट्रेनों का संचालन प्राईवेट पार्टनर को देने और रेलवे में बड़ी संख्या में पदों को सिरेंडर किए जाने को लेकर है, लेकिन चेयरमैन को स्पष्ट किया गया है कि इस बैठक में एक्ट अप्रेंटिस और लार्सजेस के मुद्दे पर भी बात होनी चाहिए।
महामंत्री ने एक्ट अप्रेंटिस की चर्चा करते हुए कहाकि इस समय देश में लगभग 25 हजार अप्रेंटिस के कंडीडेट है, जिन्होंने कुशलतापूर्वक भारतीय रेल के वर्कशाप, शेड्स और ओपेन लाइन में अप्रेंटिसशिप पूरी की है, जो लोग आईटीआई पास हैं उन्होंने लगभग छह महीने , जबकि बाकि लोगों ने तीन साल अप्रेंटिसशिप पूरा किया है। ये लोग पूरी तरह ट्रेंड हैं और भारतीय रेल के एसेट्स है। वर्तमान में कोर्स कम्पलीटेड लोगों के लिए जो 20 प्रतिशत का कोटा तय किया गया है, उससे इन लोगों के साथ न्याय नहीं हो पा रहा है। महामंत्री ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को पत्र लिखकर कहा है कि वैकेंसी के अगेंस्ट इन सभी लोगों को नियुक्ति दी जानी चाहिए, क्योंकि अप्रेंटिस हमारे लिए उपयोगी टूल्स हैं।
इसी तरह लार्सजेस के मामले में भी रेलवे बोर्ड से एकआदेश जारी कराया गया है कि जिन लोगों का मेडिकल वगैरह पूरा हो चुका है,उन्हें बिना देरी नौकरी दे दी जाए। इस आदेश के बाद कई जोन में आसानी से नियुक्ति हो रही है, लेकिन कुछ स्थानों पर लगातार शिकायतें भी मिल रही हैं। महामंत्री ने जोनल महामंत्रियों से कहा है कि बोर्ड के आदेशानुसार प्रयास किया जाना चाहिए की ऐसे सभी लोगों को नियुक्ति मिल जाए। महामंत्री ने कहाकि कई जगह मेडिकल अधूरा है । बताया जा रहा है कि कुछ स्थानों पर मेडिकल हो गया है लेकिन स्क्रीनिंग नहीं हुई है, ऐसे में उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। मौजूदा हालात को देखते हुए मेडिकल पूरा कराकर लार्सजेस के तहत भी सभी पात्र लोगों को नौकरी प्राथमिकता के आधार पर दी जानी चाहिए।
महामंत्री ने कहाकि वैसे तो कल 9 जुलाई को चेयरमैन रेलवे बोर्ड के साथ प्रस्तावित मीटिंग का मुख्य एजेंडा ट्रेन का संचालन प्राईवेट आँपरेटरों को दिए जाने से रोकने और पदो को सिरेंडर न किए जाने को लेकर है, लेकिन इस मीटिंग में अप्रेंटिस और लार्सजेस के मामले पर भी बात होगी। उन्होंने कहाकि अप्रेंटिस और लार्सजेस के लोगों को समझना होगा कि नियुक्ति तभी होगी जब पद समाप्त नहीं होगा, अगर पद ही समाप्त कर दिए जाएंगे तो नियुक्ति होना मुश्किल होगा। महामंत्री ने कहाकि कल शाम चार बजे मीटिंग है,उसके बाद आप सभी को मीटिंग की अपडेट दी जाएगी।
महामंत्री ने कहाकि इस समय भारतीय रेल के सामने गंभीर चुनौती है, ऐसे में चाहे रेलकर्मचारी हों, अप्रेंटिस, लार्सजेस कंडीडेट सभी को एकता बनाए रखना है, चूंकि अगर मसला बात चीत से हल नहीं होगा तो आप सब जानते हैं कि हमें एक मुकम्मल तैयारी के साथ संघर्ष करना ही होगा।