NRMU : कारखाना मंडल का डेलीगेट सम्मेलन
निजीकरण के खिलाफ लंबे संघर्ष को रहें तैयार : शिवगोपाल मिश्रा
लखनऊ, 21 अगस्त । आँल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहा है कि इन दिनों भारतीय रेल तेजी से निजीकरण की ओर जा रही है, सरकार बहुत ही जल्दबाजी में है, इसलिए हमें लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहना है। महामंत्री ने कहाकि वैसे ये लड़ाई सिर्फ रेलकर्मचारियों की नहीं है, क्योंकि निजीकरण से मौजूदा कर्मचारियों को फिलहाल कोई नुकसान नहीं होने वाला है, इससे सबसे ज्यादा मुश्किल हमारे रेल उपभोक्ताओं को होने वाली है। इसलिए अब हम सबको सरकार की कारगुजारियों से आमजनता को भी अवगत कराना होगा।
महामंत्री आज नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के कारखाना मंडल डेलीगेट सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहाकि जब देश मुकाबला कर रहा है कोरोना का, जब रेल कर्मचारी कोरोना महामारी के बीच भी देश की सेवा में जुटे है, उस समय सरकार का असली रुप सामने आ रहा है। महामंत्री ने कहाकि पहले भी बताता रहा हूं, आज फिर दोहरा रहा हूं, केंद्र में सरकार कोई भी हो, सब रेल को बेचने में लगे रहते है, अगर रेल को बचाना है, तो पूरी ताकत के साथ सरकार की कार्रवाई का मुकाबला करना है। मुकाबला करने के लिए हमें एकता बनाए रखने की जरूरत है।
अगले महीने 14 से 19 सितंबर के बीच जनसंपर्क सप्ताह का फैसला किया गया है, इस कार्यक्रम को कामयाब बनाने में अभी से जुट जाएं। महामंत्री ने कहाकि किसी भी आंदोलन को कामयाब बनाने में शाखाओं की सबसे बड़ी भूमिका रहती है, इसलिए शाखाओं को सक्रिय रहने की जरूरत है। रेल ठेका मजदूरों की चर्चा करते हुए महामंत्री ने कहाकि अपनी लड़ाई तो हम हमेशा लड़ते है, कमजोर की लड़ाई लड़े और उन्हें भी न्याय दिलाएं। महामंत्री ने कहाकि अगर रेल ठेका मजदूरों के हक दिलाने मे हम कामयाब हो गए तो समझ लिए रेल से ठेकेदार भाग खड़े होंगे।
केंद्रीय अध्यक्ष एस के त्यागी ने कहाकि आज आउट सोर्स के जरिए सबसे अधिक काम कारखानों में ही हो रहा है, जबकि रेल मंत्रालय को साफ कर दिया गया है कि जो काम करने के लिए रेलकर्मचारी पहले से ही मौजूद है, वो काम आउट सोर्स करना ठीक नहीं है। चूंकि मौजूदा सरकार की ताकत पहले के मुकाबले अधिक है, लिहाजा वो अपने छिपे एजेंडे को आगे बढ़ा रही है। श्री त्यागी ने कहाकि इस समय सबसे बड़ी चुनौती युवा और महिला रेलकर्मचारियों के लिए है, क्योंकि युवाओं को लंबे समय तक नौकरी करनी है और महिलाओं को निजीक्षेत्र सबसे पहले निशाना बनाएगा। ऐसे में हमें एकजुट होकर संघर्ष के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं महिला जोनल चेयरपर्सन प्रवीना सिंह ने कारखाना मंडल की तारीफ करते हुए कहाकि यहां महिलाएं काफी सक्रिय है और कारखानों में महिलाओं को मान सम्मान भी मिलता है, जिसकी वजह से महिलाएं संगठन से लगातार जुड़ रही है। नेशनल यूथ कन्वीनर प्रीति सिंह ने कारखाना मंडल के ट्रेड यूनियन एजूकेशन प्रोग्राम की तारीफ की और कहाकि कारखाने में यूथ की संख्या भी काफी है और यहां का युवा नेतृत्व लगातार सक्रिय है।
डेलीगेट सम्मेलन को मुख्य रूप से केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव, केंद्रीय उपाध्यक्ष राम अवतार मीना, मंडल मंत्री अरुण गोपाल मिश्रा, अध्यक्ष किशन पहलवान , शाखा सचिव राजीव शर्मा, प्रेम सोनकर, पूनम, अभिषेक वाजपेयी, अंजनि शुक्ला, विवेक प्रवीन, संजीव मिश्रा, टीजा मिंज, यदुवीर सिंह, प्रताप भानू, ओम प्रकाश चौबे, तेंजिंदर सिंह, प्रदीप कुमार शर्मा, कमल कुमार, किरन रेखा राय, इंद्रजीत ,पुरुषोत्तम जावड़ा, ज्ञान सिंह, मंजू सिंह समेत तमाम अन्य लोगों ने संबोधित किया।